विज्ञान प्रसार (Vigyan Prasar)
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology - DST) के अधीन एक स्वायतशासी संस्था है, जिसकी स्थापना 1989 में विज्ञान के बड़े पैमाने पर लोकप्रियकरण और वैज्ञानिक एवं तर्कसंगत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
विज्ञान प्रसार के मुख्य उद्देश्य एवं कार्य इस प्रकार हैं:
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वैज्ञानिक एवं तर्कसंगत दृष्टिकोण का प्रचार-प्रसार करना।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के संचार हेतु संसाधन-सह-सुविधा केंद्र के रूप में कार्य करना।
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देश के विभिन्न भाषाओं में विज्ञान एवं तकनीक को लोकप्रिय बनाने के लिए ऑडियो, वीडियो, रेडियो, टीवी, प्रिंट, लर्निंग पैकेज, किट्स और खिलौने आदि का विकास, प्रसार और विपणन करना।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के लिए भिन्न-भिन्न मीडिया का उपयोग करना और नवीन/उभरती प्रौद्योगिकी का प्रयोग करना।
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देशव्यापी विज्ञान लोकप्रियकरण नेटवर्क का निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करना ताकि विज्ञान एवं तकनीकी सॉफ्टवेयर का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित हो सके।
विज्ञान प्रसार तकनीकी नवाचारों और उभरती प्रौद्योगिकियों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपयोग में लाने के लिए भी प्रयासरत रहता है। इसके तहत बड़े पैमाने पर विज्ञान संचार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सॉफ्टवेयर निर्माण, वितरण और प्रशिक्षण की व्यवस्था है।
संक्षेप में, विज्ञान प्रसार भारत में विज्ञान की समझ और वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक पहुंचाने वाला एक राष्ट्रीय संसाधन एवं सहायक संस्था है, जो जागरूकता, शिक्षा और विज्ञान के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाती है। यह संस्था देश में विज्ञान एवं तकनीकी संचार की दिशा में काम करने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है।