प्रारंभिक परीक्षा रणनीति
- सामान्य अध्ययन रणनीति
- परीक्षा भवन में रणनीति
- प्रारंभिक परीक्षा के प्रथम प्रश्नपत्र में दो तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, एक तो सामान्य अध्ययन के परंपरागत खंडों से और दूसरे, समसामयिक घटनाक्रमों से| परंपरागत खंडों से पूछे जाने वाले प्रश्न मुख्यतः भारत के इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन में बिहार से संबंधित योगदान , भारतीय संविधान व राजव्यवस्था तथा बिहार के राजव्यस्था , भारत , विश्व और बिहार का भूगोल , भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक और सामाजिक विकास ,बिहार बजट , सामान्य विज्ञान से संबंधित होते हैं। साथ ही, इस प्रश्नपत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के समसामयिक घटनाक्रमों से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं।
- इस प्रश्नपत्र की सटीक रणनीति बनाने के लिये विगत वर्षों में प्रारंभिक परीक्षा के विभिन्न खंडों से पूछे गए प्रश्नों का सूक्ष्म अवलोकन आवश्यक है, जिनका विस्तृत विवरण इस तालिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
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विषय | 2016 | 2017 | 2018 | 2019 | 2020 | 2021 | प्रतिवर्ष औसतन पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या |
भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन | | | |||||
भारतीय संविधान व राजव्यवस्था | | | | | |||
भारत , विश्व और बिहार का भूगोल | | | | | | | |
भारत की अर्थव्यवस्था,
आर्थिक और सामाजिक विकास | | | | | | | |
सामान्य विज्ञान | | | | | | ||
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनाएँ/विविध | | | | | | | |
कुल | 150 | 150 | 150 | 150 | 150 | 150 | 150 |
कुल | | | | | | | |
- परीक्षा के कुछ घंटो में सर्वश्रेष्ठ समय-प्रबंधन, विशिष्ट मानसिक एकाग्रता तथा उच्च दिमागी सक्रियता।
- प्रश्नों की प्रकृति को समझते हुए उन्हें समयानुसार ज़ल्दी हल करने की युक्ति अपनाना भी महत्त्वपूर्ण है।
- छात्र परीक्षा भवन में अपेक्षित आत्मविश्वास बनाये रखे तथा नकारात्मक विचार से बचे ।
- आप जीतेंगे तभी जब अंतिम 2 घंटों में आप औरों से बेहतर व विशिष्ट प्रदर्शन करेंगे। अतः इस मुद्दे पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।