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भारतीय अंतरिक्ष विभाग (Department of Space - DoS)

 भारतीय अंतरिक्ष विभाग (Department of Space - DoS)

भारतीय सरकार का अंतरिक्ष विभाग (DoS) भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का संचालन और प्रबंधन करने वाला प्रमुख विभाग है। इसकी स्थापना जून 1972 में हुई थी और इसके अधीन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) कार्य करता है। विभाग का मुख्यालय बेंगलुरु के अंतरिक्ष भवन (Antariksh Bhavan) में स्थित है।

मुख्य उद्देश्य:

  • अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास एवं अनुप्रयोग को बढ़ावा देना ताकि देश के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में सहायता मिल सके।

  • उपग्रह प्रक्षेपण यान, संचार उपग्रह, पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, और अंतरिक्ष विज्ञान शोध जैसे क्षेत्रों में भारत को आत्मनिर्भर बनाना।

  • अंतरिक्ष से जुड़ी विभिन्न सेवाओं जैसे संचार, टेलीविजन प्रसारण, मौसम पूर्वानुमान, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, और आपदा प्रबंधन में सहायता प्रदान करना।

विभाग की प्रमुख संस्थाएँ और कार्यक्रम:

  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO): यह DoS का अनुसंधान और विकास विभाग है, जो उपग्रह, प्रक्षेपण यानों, और अंतरिक्ष मिशनों का कार्य संचालित करता है।

  • विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC), तिरुवनंतपुरम

  • सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC-SHAR), श्रीहरिकोटा

  • राष्ट्रीय दूरसंवेदी केंद्र (NRSC), हैदराबाद

  • उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (NESAC), उमियाम

  • भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL), अहमदाबाद

  • राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (NARL), गदांकी

  • भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST), तिरुवनंतपुरम: अंतरिक्ष विज्ञान की उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करता है।

  • Antrix Corporation: विभाग की वाणिज्यिक शाखा जो अंतरिक्ष उत्पादों और सेवाओं को बाजार में लाती है।

  • NewSpace India Limited (NSIL): यह DoS का वाणिज्यिक प्रभाग है, जो उपग्रह प्रक्षेपण और अन्य अंतरिक्ष सेवाओं का व्यवसायिक प्रबंधन करता है।

विभाग की नीतियाँ और संचालन:

  • भारत अंतरिक्ष आयोग द्वारा निर्देशित और नियंत्रित।

  • विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की समितियाँ जैसे INSAT समन्वय समिति (ICC), राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन योजना (PC-NNRMS), और अंतरिक्ष विज्ञान सलाहकार समिति (ADCOS) के माध्यम से नीति निर्माण और कार्यक्रमों का समन्वय।

  • DoS देश के आर्थिक, रक्षा, पर्यावरण, शिक्षा, और संचार क्षेत्रों में अंतरिक्ष तकनीक के व्यापक उपयोग को सुनिश्चित करता है।

नवीनतम कार्यक्रम और मिशन:

  • Gaganyaan मानव अंतरिक्ष यात्रा परियोजना।

  • निसर (NISAR) उपग्रह, जुलाई 2025 में लॉन्च।

  • EOS-09 पृथ्वी अवलोकन उपग्रह।

  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं उन्नत अनुसंधान एवं विकास मिशन।

निष्कर्ष:
भारतीय अंतरिक्ष विभाग (DoS) देश का मुख्य अंतरिक्ष नीति निर्माता और कार्यान्वयन संस्था है, जो ISRO समेत कई अनुसंधान एवं अनुप्रयोग केंद्रों के माध्यम से भारत को विश्वस्तरीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अंतरिक्ष विज्ञान का अग्रणी उपयोगकर्ता बनाता है। इसका व्यापक नेटवर्क, अनुसंधान, व्यावसायीकरण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग भारत के लिए स्वदेशी और सशक्त अंतरिक्ष क्षितिज का निर्माण कर रहा है।

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